अभिवृद्धि का अर्थ एवं परिभाषा | Meaning and definition of Growth
अभिवृद्धि का अर्थ
अभिवृद्धि की परिभाषा
फ्रैंक (Frank) के शब्दों में,
” अभिवृद्धि से तात्पर्य कोशिकाओं में होने वाली वृद्धि से होता है जैसे लंबाई और भार में वृद्धि।”
मुनरो (Munro)के शब्दों में,
“अभिवृद्धि से तात्पर्य शरीर आकार और भार में पाई जाने वाली वृद्धि अर्थात बालक की शारीरिक लंबाई, चौड़ाई और भार की वृद्धि से होता है।”
अभिवृत्ति की विशेषताएं (Characteristics of Growth)
1- अभिवृत्ति एक प्राकृतिक प्रक्रिया है।
2- अभिवृद्धि का संबंध केवल सजीव या मूर्त जीवों या वनस्पतियों से ही है।
3- अभिवृद्धि विकास को प्रभावित करती है।
4- अभिवृद्धि की एक निश्चित सीमा है
5- अभिवृत्ति की प्रक्रिया गर्भावस्था से अठारह-बीस वर्ष की आयु तक चलती है।
6- अभिवृद्धि में मनुष्य के शरीर के आकार भार व कार्यक्षमता में वृद्धि होती है।जो सामान्य तो अठारह-बीस वर्ष की आयु तक लगभग पूर्ण हो जाती है।
7- सभी अंगों की वृद्धि समान रूप से नहीं होती।
8- भिन्न-भिन्न आयु स्तर पर अभी वृद्धि की गति भिन्न-भिन्न होती है।
9- अभिवृद्धि मात्रात्मक होती है इसका मापन गणितीय विधियों से किया जा सकता है।
10- अभिवृद्धि बालक की वंशानुक्रम और पर्यावरण, दोनों पर निर्भर होती है।
11.अभिवृद्वि बालक के खान-पान पौषण स्तर पर भी निर्भर होती है।
अभिवृद्धि और विकास में अंतर (Differences Between Growth and Development
अभिवृद्धि और विकास के सिद्धांत
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